भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स 286 दिनों के बाद धरती पर वापस लौट आई हैं। नासा के वैज्ञानिकों के मुताबिक सुनीता और बैरी विल्मोर समेत चार अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर यान तड़के 3.27 बजे अमेरिका के फ्लोरिडा में समुद्र तल पर उतारा है। इस मिशन में नासा के साथ एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स का भी है। फ्लोरिडा में स्पेसएक्स के ड्रैगन कैप्सूल से लौटे चारों अंतरिक्ष यात्रियों की सुरक्षित वापसी की नासा ने पुष्टि की है और वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया है।
चारों
एस्ट्रोनॉट मंगलवार (18 मार्च) को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) से रवाना हुए थे। स्पेसक्राफ्ट के धरती के वायुमंडल में
प्रवेश करने पर इसका तापमान 1650 डिग्री सेल्सियस
से ज्यादा हो गया था। इस दौरान करीब 7 मिनट
के लिए यान से
संपर्क नहीं रहा।
8 दिन के मिशन पर गए थे, लग गए 9 महीने से ज्यादा समय
उल्लेखनीय है कि सुनीता विलियम्स
और बुच विल्मोर बोइंग और NASA के 8 दिन के जॉइंट
‘क्रू फ्लाइट टेस्ट मिशन’ पर गए थे। इस मिशन का उद्देश्य बोइंग के स्टारलाइनर
स्पेसक्राफ्ट की एस्ट्रोनॉट्स को स्पेस स्टेशन तक ले जाकर वापस लाने की क्षमता को
टेस्ट करना था। एस्ट्रोनॉट्स को
स्पेस स्टेशन पर 8 दिन में रिसर्च और कई एक्सपेरिमेंट भी करने थे। लेकिन
थ्रस्टर में आई गड़बड़ी के बाद उनका 8 दिन
का मिशन 9 महीने से ज्यादा समय का हो गया।
स्पेसएक्स के ड्रैगन अंतरिक्षयान 17 घंटे का सफर तय किया
बुच विल्मोर और सुनीता विलियम्स को लेकर वापस धरती पर लौटे स्पेसएक्स के अंतरिक्षयान ड्रैगन को 17 घंटे लगे। जबकि रूस के सोयूज अंतरिक्षयान को अंतरिक्ष से वापस लौटने में महज साढ़े तीन घंटे का ही वक्त लगता है। मिशन की सुरक्षा के लिहाज से स्पेसएक्स को धरती पर आने इतना समय लिया गया। साथ ही धरती पर मौसम का भी विश्लेषण किया गया, उसके बाद ही ड्रैगन समुद्र में उतरा।
पीएम मोदी ने सुनीता विलियम्स को भारत आने का निमंत्रण दिया, भेजा पत्र
वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नासा की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स को पत्र लिखकर भारत आने का निमंत्रण दिया। केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने इस पत्र को साझा करते हुए बताया कि प्रधानमंत्री ने सुनीता विलियम्स के प्रति अपना स्नेह और चिंता व्यक्त की है। पीएम मोदी ने लिखा, "भले ही आप हजारों मील दूर हैं, लेकिन आप हमारे दिलों के बहुत करीब हैं। उन्होंने भारत की जनता की ओर से शुभकामनाएं भेजते हुए बताया कि हाल ही में प्रसिद्ध अंतरिक्ष यात्री माइक मैसिमिनो से चर्चा के दौरान सुनीता विलियम्स का जिक्र हुआ, जिससे प्रेरित होकर उन्होंने यह पत्र लिखा है। प्रधानमंत्री ने यह भी उल्लेख किया कि अमेरिका यात्रा के दौरान वे हमेशा उनकी कुशलता और भलाई के बारे में पूछते रहे हैं। उन्होंने कहा कि 1.4 अरब भारतीय उनकी उपलब्धियों पर गर्व करते हैं और उनकी अच्छी सेहत व मिशन की सफलता के लिए प्रार्थना कर रहे हैं। पीएम ने सुनीता विलियम्स के परिवार का जिक्र करते हुए कहा कि उनकी मां बोनी पंड्या निश्चित रूप से उनकी वापसी की प्रतीक्षा कर रही होंगी और स्वर्गीय दीपकभाई की शुभकामनाएं भी उनके साथ हैं। पीएम सुनीता विलियम्स और उनके साथी अंतरिक्ष यात्री बैरी विलमोर की सुरक्षित वापसी की कामना की। केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि सुनीता विलियम्स ने अपने कार्यों से पूरी दुनिया को गौरवान्वित किया है और उनकी सफलता भारत सहित पूरे विश्व के लिए प्रेरणादायक है।