नोएडा में वायु प्रदूषण नियंत्रण को लेकर हुई उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक, राज्यमंत्री ने दिए अधिकारियों को दिए सख्त निर्देश
- Shiv Kumar
- 08 Nov, 2025
Noida: राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) और आसपास के इलाकों में सर्दियों के दौरान वायु प्रदूषण पर प्रभावी नियंत्रण के लिए शुक्रवार को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के ऑडिटोरियम में एक अहम समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता उत्तर प्रदेश के पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. अरुण कुमार सक्सेना ने की।
वायु गुणवत्ता सुधार को लेकर दिए सख्त निर्देश
मंत्री डॉ. अरुण कुमार सक्सेना ने कहा कि नगरीय निकाय, विकास प्राधिकरण, परिवहन विभाग, औद्योगिक इकाइयाँ और पुलिस प्रशासन आपसी समन्वय से कार्य करें ताकि वायु प्रदूषण के स्तर में ठोस सुधार लाया जा सके। बैठक में ग्रेडेड रेस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के प्रभावी पालन, कृषि अपशिष्ट (पराली) के प्रबंधन, ठोस कचरे के खुले में जलाने पर रोकथाम, और औद्योगिक इकाइयों में प्रदूषण नियंत्रण उपायों पर भी विस्तृत चर्चा हुई। मंत्री ने संबंधित विभागों को जन-जागरूकता अभियान चलाने के भी निर्देश दिए ताकि नागरिकों में पर्यावरण संरक्षण की भावना को बढ़ावा दिया जा सके।
पुराने और प्रदूषणकारी वाहनों पर होगी सख्त कार्रवाई
समीक्षा बैठक के दौरान बताया गया कि नोएडा से नवंबर 2026 तक 1.85 लाख पुराने वाहनों को बाहर करने की योजना पर काम चल रहा है। साथ ही दिल्ली जाने वाले बीएस-4 से नीचे के वाहनों की आवाजाही पर रोक लगाने की जानकारी भी दी गई। डीसीपी ट्रैफिक ने बताया कि 1 से 6 नवंबर 2025 तक 9719 प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। मंत्री ने निर्देश दिए कि निर्माण स्थलों पर धूल नियंत्रण, पानी का नियमित छिड़काव, सफाई, और पराली जलाने की रोकथाम के लिए सख्त कदम उठाए जाएं।
अनुपस्थित अधिकारियों पर नाराज हुए प्रमुख सचिव
बैठक के दौरान कुछ अधिकारियों की अनुपस्थिति पर प्रमुख सचिव अनिल कुमार ने नाराजगी जताई और कहा कि इस स्तर की बैठकों में सभी विभागों का पूर्ण सहयोग अनिवार्य है। बैठक में गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, हापुड़ और बुलंदशहर के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। इस दौरान जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह, प्रमुख सचिव अनिल कुमार, उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. आर.पी. सिंह, सदस्य सचिव संजीव सिंह, डीएम गौतमबुद्ध नगर मेधा रूपम, डीएम बुलंदशहर श्रुति, डीएम हापुड़ अभिषेक पांडे, सीडीओ गाजियाबाद अभिनव गोपाल, तथा नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण की एसीईओ भी उपस्थित रहीं।
पिछले साल से बेहतर है स्थिति
बैठक के बाद मंत्री डॉ. अरुण कुमार सक्सेना ने कहा कि पिछले वर्ष की तुलना में इस बार प्रदूषण का स्तर कम है। इसका कारण यह है कि विभागों ने पहले से तैयारी शुरू कर दी थी। आने वाले समय में सभी की सामूहिक भागीदारी से वायु गुणवत्ता में और सुधार देखने को मिलेगा।
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