यमुना सिटी में बनेगा कई किलोमीटर रिवर फ्रंट, सेक्टरों के बीच विकसित होंगी विश्वस्तरीय सुविधाएं
एक विशेष और आकर्षक परियोजना मानकर प्राथमिकता पर विकसित किया जा रहा है।
- Omprakash Singh
- 17 Nov, 2025
Greater Noida: यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) ने यमुना सिटी को आकर्षक और आधुनिक स्वरूप देने के लिए कई किलोमीटर लंबे यमुना रिवर फ्रंट के विकास की तैयारी तेज कर दी है। यमुना नदी के किनारे बसे सेक्टर-26बी, 27, 26, 25, 24, 24ए, 23डी सहित आसपास के क्षेत्रों में सुरक्षित दूरी पर यह रिवर फ्रंट तैयार किया जाएगा। इसे विशेष परियोजना की श्रेणी में रखा गया है, ताकि यमुना सिटी को खूबसूरत, सुरक्षित और अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाओं से युक्त बनाया जा सके।
पर्यटन और मनोरंजन का नया केंद्र
परियोजना के तहत नदी और सेक्टरों के बीच एक लंबा चौड़ा कॉरिडोर विकसित किया जाएगा, जहां आकर्षक लैंडस्केपिंग, घास के टीले, शेड, फूलों की क्यारियां, रोशनी से सजे फव्वारे, जॉगिंग और साइक्लिंग ट्रैक जैसी सुविधाएं होंगी। साथ ही व्यू पॉइंट और खानपान संबंधी कियोस्क भी बनाए जाएंगे, जिससे यह क्षेत्र पर्यटन और मनोरंजन का नया केंद्र बन सके। रिवर फ्रंट न केवल शहर की सुंदरता बढ़ाएगा, बल्कि जल गुणवत्ता सुधारने और मानसून के दौरान बाढ़ से सुरक्षा सुनिश्चित करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इसके लिए मजबूत तटबंध, उन्नत जल निकासी तंत्र और रियल टाइम मॉनिटरिंग सिस्टम विकसित किया जाएगा।
38 तालाबों का जीर्णोद्धार कार्य जारी
यीडा क्षेत्र के फेज-1 में स्थित झीलों, नहरों और तालाबों को भी संरक्षित और विकसित किया जा रहा है। यहां मौजूद 10 प्रमुख झीलें, नहरें और 135 तालाब भूजल पुनर्भरण में अहम भूमिका निभाते हैं। इनमें से 38 तालाबों का जीर्णोद्धार कार्य जारी है। मास्टर प्लान के अनुसार नहरों और प्राकृतिक जलधाराओं के दोनों ओर हरित संरक्षण क्षेत्र विकसित किया जाएगा, जिससे पूरे क्षेत्र में 30 मीटर और 15 मीटर की ग्रीन बेल्ट तैयार होगी। यीडा के ओएसडी शैलेंद्र भाटिया ने बताया कि नोएडा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट और प्रस्तावित फिल्म सिटी को देखते हुए फेज-1 में 15 प्रतिशत हरित क्षेत्र तय किया गया है। यह पहल यमुना सिटी को अंतरराष्ट्रीय स्तर के शहर के रूप में विकसित करने में महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।
रिवर बफर जोन बनाया जाएगा
नए आगरा शहर में भी 823.7 हेक्टेयर क्षेत्र में ग्रीन रिवर बफर जोन बनाया जाएगा, जहां रंग-बिरंगे फूलों, दुर्लभ पौधों और वाटर बॉडी को विकसित करने की योजना है। यहां पर्यटक बोटिंग का आनंद ले सकेंगे और वॉकवे व फूड स्टॉल जैसी सुविधाओं का उपयोग कर सकेंगे। इसके साथ ही वेलनैस टूरिज्म को बढ़ावा दिया जाएगा, जिसमें योग, आयुर्वेदिक मसाज और अन्य प्राकृतिक उपचार शामिल होंगे।
ग्रीन बफर जोन बनाया जाएगा
धनौरी वेटलैंड, जो लगभग 100 एकड़ में फैला है और अपनी जैव विविधता के लिए प्रसिद्ध है, को भी पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। यह क्षेत्र 46.35 हेक्टेयर के दलदली भूभाग और विदेशी जलीय जीवों के लिए जाना जाता है। इसके संरक्षण के लिए 112.89 हेक्टेयर को प्रभाव क्षेत्र घोषित किया गया है, जिसके चारों ओर 100 मीटर चौड़ा ग्रीन बफर जोन बनाया जाएगा। यहां घास के टीले, वॉकवे, रंगीन फव्वारे और व्यू पॉइंट स्थापित किए जाएंगे। इसके साथ ही पास में 10 हेक्टेयर क्षेत्र में पशु बचाव और पुनर्वास केंद्र तैयार किया जा रहा है, जो काले हिरण और अन्य वन्यजीवों का सुरक्षित आवास बनेगा।
Leave a Reply
Your email address will not be published. Required fields are marked *







