नोएडा में 26 हजार फ्लैट खरीदारों के लिए खुशखबरी, सुपरटेक के प्रोजेक्ट साइट एनबीसीसी को सौंपें गए
घर खरीदारों ने सुप्रीम कोर्ट में अपनी प्रार्थना भी दाखिल की और इस सप्ताह एनबीसीसी को सुपरटेक के 4 प्रोजेक्ट ऑफिशियली हैंडओवर कर दिए गए
- Shiv Kumar
- 30 Jan, 2025
Noida: सुपरटेक लिमिटेड के 15 साल से त्रस्त 26000 घर खरीदारों के लिए अच्छी खबर आई है। सुपरटेक के प्रोजेक्ट साइट एनबीसीसी को सौंपें गए और फोरेंसिक ऑडिट के लिए सुप्रीम कोर्ट मैं प्रार्थना दाखिल हुई। बता दें कि विगत सप्ताह घर खरीदार भारत के गणतंत्र दिवस के 75 वर्ष पूरे होने की खुशी मना रहे थे। घर खरीदारों ने सुप्रीम कोर्ट में अपनी प्रार्थना भी दाखिल की और इस सप्ताह एनबीसीसी को सुपरटेक के 4 प्रोजेक्ट ऑफिशियली हैंडओवर कर दिए गए। बाकि के 12 प्रोजेक्ट भी एनबीसीसी को इसी सप्ताह हैंडओवर कर दिए जाएंगे। एनबीसीसी के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर (फाइनेंस) श्री विजय वी के चौधरी ने बताया कि एनबीसीसी का संकल्प है कि वो सुपरटेक के सभी होम बयर को घर बना कर देगी।
ज्ञात रहे 15 साल से त्रस्त सुपरटेक के घर खरीदारों के घर पाने की दिशा में यह अगला कदम है. हजारों घर खरीददारों में से बहुतायत अपने घर की कीमत का 95% या लगभग संपूर्ण राशि सुपरटेक को दे चुके हैं। अभी तक घर के लिए भटक रहे हैं। सुपरटेक की विभिन्न परियोजना 2010 से शुरू हुई थी जो अभी तक अधूरी है। इनके घर खरीदार चौतरफा परेशान है। इनमें ज्यादातर लोग ऐसे हैं जो घर की ईएमआई और किराया भी दे रहे हैं। इसके बावजूद इनकम टैक्स में ब्याज का फायदा भी नहीं ले पा रहे हैं। क्योंकि इनको घर का पजेशन नहीं मिला है। जिन को घर मिल गए हैं, वो आधी अधूरी बनी सोसायटी में अव्यवस्था और कुप्रबंधन का शिकार हैं।
घर खरीदारों ने सुप्रीम कोर्ट में अपनी प्रार्थना भी दाख़िल की, जिसका आवेदन सुनील जे मैथ्यू (अधिवक्ता सुप्रीम कोर्ट) द्वारा तैयार किया गया था और मारीश प्रवीर सहाय (एओआर सुप्रीम कोर्ट) द्वारा दायर किया गया था। गुलशन कुमार बनाम ई-फाइल मामले की स्थिति राम किशोर अरोड़ा, सुपरटेक लिमिटेड के निलंबित निदेशक और ओ.आर.एस. ई-फाइलिंग नंबर ECSCIN01036642025 दिनांक 25-01-2025 के साथ - डायरी नंबर 47152025 और सुपरटेक इको विलेज 3 वेलफेयर एसोसिएशन ई-फाइलिंग नंबर ECSCIN01036702025 दिनांक 25-01-2025 के साथ डायरी नंबर 47212025 के साथ दायर किया गया है।
होम बायर आयोग रस्तोगी ने बताया कि हमारी सुप्रीम कोर्ट की प्रार्थना भी होमबायर के मौलिक अधिकारों की रक्षा के लिए है। हमारी लड़ाई आने वाले पीढ़ियों के अधिकारों का भविष्य में हनन न हो ये सुनिश्चित करेगी। गलत कृत्य के खिलाफ खड़े होने के लिए आत्मविश्वास, साहस और दृढ़ संकल्प की आवश्यकता होती है। जबकि अपने अधिकारों की लड़ाई से पीछे हटना या चुप रहना बहुत आसान है। लेकिन कुछ व्यक्ति अपने लिए नहीं बल्कि समाज की व्यापक भलाई के लिए लड़ना चुनते हैं। यह केवल आप खुद ही सुनिश्चित कर सकते हैं कि आप कौन सा पथ चुनना चाहते हैं। हम अतीत के स्वतंत्रता सेनानियों में शामिल होने के लिए पुराने समय में वापस नहीं जा सकते हैं, लेकिन इस अन्याय के खिलाफ हम आज इस लड़ाई का हिस्सा बन सकते हैं। घर खरीदारों ने सभी से अपील की है कि अपने अधिकारों और ताकत का प्रयोग सुपरटेक के खिलाफ और इस लडाई में सहयोग करें।
Leave a Reply
Your email address will not be published. Required fields are marked *







