महिला ने पहले फेसबुक पर की दोस्ती, फिर बुजुर्ग कारोबारी के लूट लिए 79 लाख रुपये
- Omprakash Singh
- 13 Dec, 2025
Noida: फेसबुक के जरिए दोस्ती कर निवेश में मोटा मुनाफा दिलाने का लालच देकर ठगों ने एक बुजुर्ग कारोबारी से करीब 79 लाख रुपये ठग लिए। आरोपी महिला के कहने पर पीड़ित ने 12 से अधिक बार अलग-अलग खातों में रकम ट्रांसफर की। मामले में साइबर क्राइम थाने की पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
फेसबुक पर हुई पहचान
सेक्टर-94 स्थित सुपरनोवा रेजीडेंसी निवासी 76 वर्षीय कारोबारी जयप्रकाश अग्रवाल ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि 10 सितंबर को आरुषि नाम की महिला ने फेसबुक पर उनसे संपर्क किया। महिला ने खुद को बेंगलुरु निवासी और अनुभवी ट्रेडर बताया। उसने दावा किया कि वह विदेशी प्लेटफॉर्म पर ट्रेडिंग कर आईपीओ और नामी कंपनियों में निवेश से हर महीने लाखों रुपये कमा रही है, जिसमें अमेरिका में रहने वाले उसके चाचा उसकी मदद करते हैं।
व्हाट्सऐप ग्रुप में जोड़कर बढ़ाया भरोसा
कई दिनों तक फेसबुक पर बातचीत के बाद महिला ने कारोबारी से उनका व्हाट्सऐप नंबर लिया और एक ग्रुप में जोड़ दिया। इस ग्रुप में शेयर मार्केट से जुड़ी जानकारी दी जाती थी। एक व्यक्ति खुद को शेयर मार्केट एक्सपर्ट बताकर निवेश की सलाह देता था। ग्रुप के सदस्य मुनाफा कमाने के स्क्रीनशॉट भी साझा कर रहे थे, जिससे पीड़ित का भरोसा और बढ़ गया। भरोसा जीतने के लिए महिला ने यह भी कहा कि उसने खुद विदेशी प्लेटफॉर्म पर अपने खाते से पांच लाख रुपये निवेश किए हैं। इसके बाद पीड़ित ने भी प्लेटफॉर्म पर अकाउंट बनाकर 50 हजार रुपये की पहली राशि जमा की। सितंबर से 15 अक्टूबर के बीच उन्होंने करीब 10 लाख रुपये निवेश कर दिए।
फर्जी मुनाफा दिखाकर 79 लाख की ठगी
शुरुआत में प्लेटफॉर्म पर मुनाफा दिखने से कारोबारी को सब कुछ सही लगा। इसी दौरान प्लेटफॉर्म पर एक रिबेट स्कीम बताई गई, जिसमें 50 हजार यूएसडीटी जमा करने पर 25 हजार यूएसडीटी बोनस देने का दावा किया गया। महिला के कहने पर पीड़ित ने 16 अक्टूबर तक करीब 50 लाख रुपये ठगों के खातों में ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद दूसरी स्कीम में महिला को 30 लाख और पीड़ित को 20 लाख रुपये निवेश करने को कहा गया। महिला के बहकावे में आकर कारोबारी ने 20 लाख रुपये और भेज दिए। इस तरह कुल 79 लाख 20 हजार रुपये ठगों के खातों में ट्रांसफर कर दिए गए।
1.83 करोड़ दिखा मुनाफा, निकासी पर मांगा भारी टैक्स
पीड़ित के खाते में निवेश पर करीब 1.83 करोड़ रुपये का मुनाफा दिखाया जा रहा था। 28 अक्टूबर को जब कारोबारी को पैसों की जरूरत पड़ी और उसने रकम निकालने की कोशिश की, तो प्लेटफॉर्म की ओर से 60 हजार 999 यूएसडीटी (करीब 54 लाख रुपये) अमेरिकी टैक्स और 30 प्रतिशत अन्य कर की मांग की गई। पीड़ित ने अनुरोध किया कि टैक्स मौजूदा बैलेंस से काट लिया जाए, लेकिन इससे मना कर दिया गया। यहीं से कारोबारी को ठगी का शक हुआ।
ग्रुप से निकाला, नंबर बंद
जब पीड़ित ने महिला पर रकम लौटाने का दबाव बनाया तो उसे व्हाट्सऐप ग्रुप से बाहर कर दिया गया। महिला का मोबाइल नंबर भी बंद हो गया। बाद में उसका फेसबुक अकाउंट और व्हाट्सऐप प्रोफाइल भी डिलीट पाई गई। पीड़ित के अनुसार महिला ने ठगी के लिए ‘आरुषि ओबेरॉय’ नाम की फर्जी प्रोफाइल का इस्तेमाल किया था। वह खुद को अम्मू कहकर बुलाने को कहती थी और दावा करती थी कि बेंगलुरु में उसका कपड़ों का कारोबार और फैक्टरी है। भरोसा जमाने के लिए उसने वृद्धाश्रमों और सामाजिक कार्यों से जुड़ी तस्वीरें भी भेजी थीं। साइबर क्राइम थाना पुलिस का कहना है कि मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है और ठगों की पहचान कर जल्द गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है।
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