ग्रेटर नोएडा में धर्मांतरण का प्रयास, रुपये और पंपलेट देकर हिंदू महिला को ईसाई बनाने की कोशिश, चार पर केस दर्ज

- Nownoida editor1
- 21 Oct, 2025
Greater Noida: ग्रेटर नोएडा में डेल्टा-2 क्षेत्र में रुपये देने और धार्मिक पंपलेट बांटकर हिंदू महिलाओं को ईसाई धर्म अपनाने के लिए उकसाने के आरोप में पुलिस ने एक दंपती समेत चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। यह कार्रवाई सूरजपुर कोतवाली पुलिस ने की है। आरोप है कि ये लोग शनिवार को एक महिला के घर पहुंचकर धर्मांतरण का प्रयास कर रहे थे, लेकिन महिला के पति और पड़ोसियों ने उन्हें पकड़कर पुलिस को सौंप दिया।
कैसे हुआ खुलासा
पुलिस के अनुसार, आरोपित शनिवार को डेल्टा-2 निवासी कपिल कुमार गर्ग के घर पहुंचे। उस समय कपिल की पत्नी रीतू गर्ग घर पर थीं। आरोपितों ने रीतू को रुपये देने और ईसाई धर्म अपनाने का लालच देकर पंपलेट थमाए। तभी कपिल अचानक घर लौटे और आरोपितों को भागने से पहले पकड़ लिया। उन्होंने शोर मचाकर पड़ोसियों की मदद से चारों को पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया।
किनके खिलाफ दर्ज हुआ केस
कोतवाली पुलिस ने नई दिल्ली के जानकीपुरम निवासी दंपती सनप्रीत और अर्चना गोगिया, ओमिक्रोन-3, प्लूमेरिया गार्डन निवासी अनुज कुमार और सुनीता पत्नी इयानवेल के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पुलिस ने चारों को हिरासत में लेकर पूछताछ के बाद छोड़ दिया है, साथ ही उन्हें दोबारा जांच में बुलाने के लिए नोटिस जारी किया गया है। कपिल गर्ग ने बताया कि आरोपित बीते 15 दिनों में दूसरी बार उनके घर पहुंचे थे। उन्होंने दावा किया कि पड़ोसियों के घरों में भी ईसाई धर्म से जुड़ी प्रचार सामग्री और पंपलेट बांटे गए। कपिल ने हिंदू संगठनों के पदाधिकारियों के साथ कोतवाली पहुंचकर आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
बीमार बच्चों के बहाने पहुंचते थे घर
जांच में पता चला है कि आरोपित महिलाओं से संपर्क साधने के लिए बीमार बच्चों का बहाना बनाते थे। डेल्टा-2 निवासी रेखा नामक महिला ने बताया कि आरोपित सुनीता पहले उसकी बीमार बच्ची से मिलने अस्पताल गई थी, फिर दोबारा उसके घर पहुंची और धार्मिक पंपलेट दिए। रेखा और कपिल दोनों एक ही मोहल्ले में रहते हैं। पुलिस के अनुसार, सनप्रीत और अर्चना लगभग 65 वर्ष के हैं और दोनों अकाउंटेंट के रूप में काम करते हैं। अनुज एक निजी कंपनी में कार्यरत है, जबकि सुनीता गृहिणी है और उसके पति सरकारी सेवा से सेवानिवृत्त हैं। पुलिस इन चारों के संपर्कों और फंडिंग के स्रोतों की जांच कर रही है।
अमेरिकी संस्था से जुड़े होने का शक
सूत्रों के मुताबिक, चारों आरोपितों के अमेरिका की संस्था “JWRG (जेडब्लूओआरजी)” से जुड़े होने की आशंका है। यह संस्था पेंसिल्वेनिया (अमेरिका) में स्थित है और इसकी वेबसाइट पर ईसाई धर्म से संबंधित प्रचार सामग्री प्रसारित की जाती है। हिंदू संगठनों ने आरोप लगाया है कि संस्था के नोएडा, ग्रेटर नोएडा और दिल्ली में भी कार्यालय सक्रिय हैं, जहां से मिशनरी गतिविधियां चलाई जाती हैं।
कोई ठोस साक्ष्य नहीं मिला
एसीपी बी.एल. वीर कुमार ने बताया, “प्राथमिक जांच में ऐसा कोई ठोस साक्ष्य नहीं मिला है जिससे यह साबित हो कि महिला या किसी अन्य को धर्मांतरण के लिए बाध्य किया गया। आरोपितों ने पूछताछ में कहा कि वे केवल धर्म का प्रचार करते हैं। फिलहाल चारों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच जारी है। मिले तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।”Leave a Reply
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