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बाबा शाहमल के वंशज सुमित तोमर का कमाल, 1700 मीटर तक बिना हाथों के बाइक चलाकर बनाया विश्व रिकॉर्ड, गिनीज बुक में नाम दर्ज

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बाबा शाहमल के वंशज सुमित तोमर का कमाल, 1700 मीटर तक बिना हाथों के बाइक चलाकर बनाया विश्व रिकॉर्ड, गिनीज बुक में नाम दर्ज
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Baghpat: यूपी के बागपत जनपद के बिजरौल गांव से एक ऐसी खबर सामने आई हैं जिसने बागपत ही नहीं, पूरे देश को गर्व से भर दिया है. बागपत के रहने वाले सुमित तोमर ने वो कर दिखाया, जो अब तक सिर्फ फिल्मों में ही देखने को मिलता था. सुमित ने 1700 मीटर तक बिना हाथों के बाइक चलाकर एक विश्व रिकॉर्ड बना दिया है.

1.7 किलोमीटर तक बिना हाथ के चलाया बाइक

उनका नाम अब गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज हो गया है. नो हैंड बाईक चलाकर सुमित ने रिकॉर्ड कायम किया. और इस रिकॉर्ड के साथ उन्होंने देश का नाम पूरी दुनिया में रोशन कर दिया है. यह स्टंट सुमित ने बैंगलोर-चेन्नई एक्सप्रेसवे पर किया. जहां उन्होंने करीब 1.7 किलोमीटर तक बाइक को एक पहिए पर उठाकर दोनों हाथ छोड़ दिए.


स्वीडन के युवक को तोड़ा रिकॉर्ड

न संतुलन बिगड़ा, न बाइक रुकी, और इस तरह उन्होंने 1700 मीटर तक बिना हैंडल पकड़े बाइक चलाने का गिनीज रिकॉर्ड बना दिया. इससे पहले यह रिकॉर्ड स्वीडन के एक युवक के नाम था, जिसने 900 मीटर तक बिना हाथों के बाइक चलाई थी. लेकिन अब यह रिकॉर्ड भारत के नाम है. और वह भी बागपत के बेटे सुमित तोमर के नाम.

बचपन से स्टंट का शौक

सुमित फिलहाल बेंगलुरु में भारतीय सेना में सूबेदार के पद पर तैनात हैं. देश की सेवा करने के साथ-साथ उन्हें बचपन से ही बाइक स्टंटिंग का शौक था. उन्होंने लगातार अभ्यास और मेहनत से यह कारनामा किया है. सुमित ने बताया कि उनका सपना है कि लाल किले की परेड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने यह स्टंट दोहराएं. और देश के युवाओं को प्रेरित करें कि अगर जज्बा हो, तो कुछ भी नामुमकिन नहीं.

देश के नाम किया रिकॉर्ड

सुमित ने बताया कि मैंने यह रिकॉर्ड अपने देश और अपने जिले बागपत के नाम किया है. मैं चाहता हूं कि हर युवा मेहनत करे और भारत का नाम विश्व स्तर पर ऊंचा करे. आपको बता दें कि सुमित बागपत के बिजरोल गांव के रहने वाले हैं. और खास बात ये है कि वो क्रांतिकारी बाबा शहमाल के वंशज हैं वो ही बाबा शहमाल जिन्होंने 1857 की आज़ादी की लड़ाई में अंग्रेजों के खिलाफ बगावत का बिगुल फूंका था. यानी देशभक्ति और बहादुरी सुमित को विरासत में मिली है.

खानदानी देश के सेवक हैं सुमित

बागपत का ये बेटा आज पूरे देश का गर्व बन गया है. सुमित तोमर ने यह साबित कर दिया कि जुनून और हौसले के आगे दुनिया भी सिर झुकाती है. देश के इस जांबाज नौजवान को सलाम. क्योंकि उसने भारत का नाम गिनीज रिकॉर्ड में स्वर्ण अक्षरों में लिखवा दिया है. फौजी सुमित के साथ चौधरी बिरजपाल, बाबा शाहमल के वंशज रमेश फौजी, रालोद नोटा धीरज उज्ज्वल, जीतेन्द्र, राजू सिरसली, सुभाष सरुरपुर भाजपा जिलाध्यक्ष वेदपाल उपाध्याय आदि ने बागपत डीएम से मांग की है की बिजरौल में बाबा शाहमल के नाम से स्टेडियम बनाया जाए.

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