यूपी के इस जिले में तेंदुए की दहशत, खेतों और जंगलों में जाना लोगों ने छोड़ा
- Sajid Ali
- 08 Dec, 2025
उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले में तेंदुए की दहशत लगातार बढ़ती जा रही है। पिछले कई हफ्तों से अलग-अलग गांवों में तेंदुआ दिखाई देने और हमलों के बाद ग्रामीणों में भय का माहौल है। आधा दर्जन से अधिक गांवों में महिलाओं और बच्चों का अकेले जंगल या खेतों की तरफ जाना पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया गया है। किसान भी खेतों में अकेले जाने से परहेज़ कर रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि तेंदुआ न केवल लोगों पर हमला कर चुका है, बल्कि कई पालतू और जंगली जानवरों का भी शिकार बना चुका है।
छत पर बैठा दिखा तेंदुआ
ताजा घटना चंद्रकुटी गांव की मढ़ैयां की है, जहाँ देर रात तेंदुआ सड़क किनारे बने एक खेत में स्थित सबमर्सिबल की कोठरी की छत पर बैठा दिखाई दिया। यह खेत कस्बे के मोहल्ला गूला तालाब के निवासी यावर अब्बास का है। रात के समय कुछ लोग कार से रास्ते से गुजर रहे थे। कार की हेडलाइट पड़ते ही उनकी नजर छत पर बैठे तेंदुए पर पड़ी। यात्रियों ने डर के कारण कार से बाहर आने की हिम्मत नहीं की, लेकिन भीतर बैठकर ही तेंदुए का वीडियो बना लिया।
वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल
वीडियो में साफ दिखाई देता है कि तेंदुआ लगभग दो मिनट तक छत पर ही बैठा रहा। उसके बाद वह छलांग लगाकर खेतों की ओर चला गया। यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया, जिसके बाद बड़ी संख्या में ग्रामीण लाठी-डंडे लेकर मौके पर पहुँच गए। हालांकि तेंदुआ वहाँ से पहले ही निकल चुका था। ग्रामीणों का आरोप है कि लगातार शिकायतों के बावजूद वन विभाग कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रहा है। तेंदुए की आवाजाही बढ़ने के बावजूद विभाग न तो पर्याप्त गश्त कर रहा है और न ही पिंजरा लगाने जैसे जरूरी कदम उठा रहा है। लोग डर और गुस्से में हैं, क्योंकि अब तक तेंदुआ कई लोगों पर हमला कर चुका है और कई जानवरों को मार चुका है। ग्रामीणों ने मांग की है कि वन विभाग जल्द से जल्द तेंदुए को पकड़ने के लिए अभियान चलाए, ताकि गांवों में फैली दहशत खत्म हो सके। फिलहाल रात के समय ग्रामीण समूह में ही बाहर निकल रहे हैं और बच्चों को बिल्कुल भी घर से दूर जाने नहीं दिया जा रहा है।
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